मसूरी : करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कहा कि करणी सेना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाली संगठन है। जो देश के 23 राज्यों व पांच बाहर के देशों में कार्य कर रहा है। करणी सेना राष्ट्रवादी विचार धारा को आगे बढाना व हिंदुत्व की चिंता करने व उसके हितों की रक्षा करने का कार्य करता है।
मसूरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कहा कि करणी सेना हिंदुओं की समस्याओं के समाधान सहित हिंदुओं को जागृत करने के साथ उन्हें जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि करणी सेना ने इससे पहले महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर व पंजाब सहित कई राज्यों में लगातार बैठकें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण वर्ग शुरू हो रहा है जिसमें देश भर के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। इस शिविर में पदाधिकारियों से उनके कार्य के बारे में जानकारी ली जायेगी कि उन्होंने पिछले तीन माह में क्या किया कितने लोगों को जोड़ा उनकी क्या समस्यायें हैं। वहीं किन विषयों को लेकर किन राज्यों में जाकर कार्य करना है उस पर चर्चा करना इसकी रणनीति बनाई जायेगी। जिसके बाद वे अपने राज्यों में जाकर वहां के संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना पर कार्य करेंगे। व वहां के जिलों, मंडल व विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि संगठन का मुख्य उददेश्य देश में जनसंख्या कानून संसद लागू करे, देश में यूनिफाम सिविल कोड लागू हो, इसके लिए जागरूकता करना है ताकि संसद तक यह बात पहुंचे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में काशी में ज्ञापवापी मस्जिद, मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि का मसला है ऐसे अनेको मसले है जो हमारे राष्ट्र के गौरव से जुड़े हैंे। उन पर चर्चा करना व इसका समाधान करने का प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि संगठन उत्तराखंड में भी कार्य करना शुरू कर दिया है व गठन किया जा रहा है। ताकि हिंदुत्व की चिंता की जा सके। संगठन देश के हर राज्य सहित विश्व के अनेक देशों में संगठन का गठन कर रहा है ताकि इसे आगे बढाया जा सके। इसके बाद वह विदेश यूएस सहित अन्य देशों में संगठन के प्रसार के लिए जा रहे हैं। संगठन बेरोजगारों की भी चिंता करता है तथा आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करता है। वहीं कंेद्र ने जो दस प्रतिशत आर्थिक आधार पर आरक्षण किया है उसमें बढोत्तरी की जाय वहीं जो समाज के अंतिम छोर पर बैठा व्यक्ति है उसकी भी चिंता करते है चाहे वह किसी भी जाति धर्म का हो। हमारा संगठन लोगों को जाति केे आधार पर नहीं बांटना चाहता वहीं जो देश विरोधी है वह अगर इस देश में रह रहे हैं तो वह भारत के संविधान के अनुसार आचरण करें उसे मानें। अगर वह देश के कानून का सम्मान नहीं करते तो वह सच्चे देश भक्त नहीं हो सकते। वर्तमान में बांग्ला देशी, रोहिंग्या देश के लिए समस्या बन रहे है जो आगे और गंभीर होने वाली है उसकी भी चिंता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे में धकेला जा रहा है यह चिंता का विषय है पिछली सरकारों ने क्या किया वह जाने लेकिन वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार हो या प्रदेश की धामी सरकार अगर वह गैर कानूनी कार्य को रोकने का प्रयास करते है गलत कामों को रोकते हैं तो करणी सेना उनका सहयोग करेगी। नशा खोरी को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र खाली हो रहे हैं जो गंभीर समस्या है इसके लिए प्रदेश सरकार को सीमांत क्षेत्रों में विकास व रोजगार के संसाधन जुटाने चाहिए क्योंकि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो घुसपैठियें देश में आयेंगे जिससे उत्तराखंड ही नहीं देश को नुकसान होगा। क्यों कि अगर सीमांत क्षेत्र खाली होगा तो बाहरी मुल्क इस पर घुसेंगे यह बड़ा चिंतनीय विषय है इसके लिए केद्र सरकार के गृहमंत्री से मिला जायेगा ताकि वह इस समस्या पर गंभीरता से विचार कर इसका समाधान करें। इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री शैफाली नागल, संजय नागल, कीर्ति राठौर, सुभाष राठौर, मुकेश रावल, नरेश ठाकुर, विवेक तोमर, वैशाली तोमर, भीम भतीजा, अमित राणा, रवि पांडे, रवींद्र सिंह पविया, शियोपाल सिंह बिरमी, गौरव चौहान, राखी गर्ग, पूजा शर्मा, मधु सिंह, मोहित अग्रवाल, रितिका शास्त्री, मधुकर अप्पा,स्वतंत्रता पाल सिंह, बादल तिवारी, निखिल राणा, जगबीर सिंह परमार आदि मौजूद रहे।
मसूरी में आयोजित पत्रकार वार्ता में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कहा कि करणी सेना हिंदुओं की समस्याओं के समाधान सहित हिंदुओं को जागृत करने के साथ उन्हें जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि करणी सेना ने इससे पहले महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर व पंजाब सहित कई राज्यों में लगातार बैठकें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी में तीन दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण वर्ग शुरू हो रहा है जिसमें देश भर के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। इस शिविर में पदाधिकारियों से उनके कार्य के बारे में जानकारी ली जायेगी कि उन्होंने पिछले तीन माह में क्या किया कितने लोगों को जोड़ा उनकी क्या समस्यायें हैं। वहीं किन विषयों को लेकर किन राज्यों में जाकर कार्य करना है उस पर चर्चा करना इसकी रणनीति बनाई जायेगी। जिसके बाद वे अपने राज्यों में जाकर वहां के संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना पर कार्य करेंगे। व वहां के जिलों, मंडल व विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि संगठन का मुख्य उददेश्य देश में जनसंख्या कानून संसद लागू करे, देश में यूनिफाम सिविल कोड लागू हो, इसके लिए जागरूकता करना है ताकि संसद तक यह बात पहुंचे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में काशी में ज्ञापवापी मस्जिद, मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि का मसला है ऐसे अनेको मसले है जो हमारे राष्ट्र के गौरव से जुड़े हैंे। उन पर चर्चा करना व इसका समाधान करने का प्रयास करना है। उन्होंने कहा कि संगठन उत्तराखंड में भी कार्य करना शुरू कर दिया है व गठन किया जा रहा है। ताकि हिंदुत्व की चिंता की जा सके। संगठन देश के हर राज्य सहित विश्व के अनेक देशों में संगठन का गठन कर रहा है ताकि इसे आगे बढाया जा सके। इसके बाद वह विदेश यूएस सहित अन्य देशों में संगठन के प्रसार के लिए जा रहे हैं। संगठन बेरोजगारों की भी चिंता करता है तथा आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग करता है। वहीं कंेद्र ने जो दस प्रतिशत आर्थिक आधार पर आरक्षण किया है उसमें बढोत्तरी की जाय वहीं जो समाज के अंतिम छोर पर बैठा व्यक्ति है उसकी भी चिंता करते है चाहे वह किसी भी जाति धर्म का हो। हमारा संगठन लोगों को जाति केे आधार पर नहीं बांटना चाहता वहीं जो देश विरोधी है वह अगर इस देश में रह रहे हैं तो वह भारत के संविधान के अनुसार आचरण करें उसे मानें। अगर वह देश के कानून का सम्मान नहीं करते तो वह सच्चे देश भक्त नहीं हो सकते। वर्तमान में बांग्ला देशी, रोहिंग्या देश के लिए समस्या बन रहे है जो आगे और गंभीर होने वाली है उसकी भी चिंता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे में धकेला जा रहा है यह चिंता का विषय है पिछली सरकारों ने क्या किया वह जाने लेकिन वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार हो या प्रदेश की धामी सरकार अगर वह गैर कानूनी कार्य को रोकने का प्रयास करते है गलत कामों को रोकते हैं तो करणी सेना उनका सहयोग करेगी। नशा खोरी को रोकना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र खाली हो रहे हैं जो गंभीर समस्या है इसके लिए प्रदेश सरकार को सीमांत क्षेत्रों में विकास व रोजगार के संसाधन जुटाने चाहिए क्योंकि अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो घुसपैठियें देश में आयेंगे जिससे उत्तराखंड ही नहीं देश को नुकसान होगा। क्यों कि अगर सीमांत क्षेत्र खाली होगा तो बाहरी मुल्क इस पर घुसेंगे यह बड़ा चिंतनीय विषय है इसके लिए केद्र सरकार के गृहमंत्री से मिला जायेगा ताकि वह इस समस्या पर गंभीरता से विचार कर इसका समाधान करें। इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री शैफाली नागल, संजय नागल, कीर्ति राठौर, सुभाष राठौर, मुकेश रावल, नरेश ठाकुर, विवेक तोमर, वैशाली तोमर, भीम भतीजा, अमित राणा, रवि पांडे, रवींद्र सिंह पविया, शियोपाल सिंह बिरमी, गौरव चौहान, राखी गर्ग, पूजा शर्मा, मधु सिंह, मोहित अग्रवाल, रितिका शास्त्री, मधुकर अप्पा,स्वतंत्रता पाल सिंह, बादल तिवारी, निखिल राणा, जगबीर सिंह परमार आदि मौजूद रहे।
Ahaa, iits pleasant diswcussion regarding ths paragraph herte att ths weeb site, I have read aall
that, sso nnow me also commenting here.