मसूरी। भारी बारिश के बाद आयी आपदा से मसूरी व आसपास के क्षेत्रों में हुए भारी नुकसान को देखते हुए पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने पालिका परिषद की विशेष आवश्यक बैठक बुलाई जिसमें अहम निर्णय लिये गये व सभासदों से हर वार्ड में हुए नुकसान की जानकारी ली गयी। वहीं पालिकाध्यक्ष ने एक टीम बनाकर दो दिन में सभी वार्डों में जाकर नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। सभी सभासदों ने वार्ड नंबर एक में हुए भारी नुकसान व धनजन की हानि पर संवेदना प्रकट की व सबसे पहले प्राथमिकता से आवश्यक कार्य कराने के लिए एकजुट होकर समर्थन किया।
बोर्ड बैठक में पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी से सभी वार्डों के सदस्यों से हुए नुकसान की जानकारी ली व कहा कि 15 सितबंर के बाद जो बारिश से पूरे शहर व आसपास के क्षेत्रों में जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई कब तक होगी कह नहीं सकते लेकिन जो नुकसान हुआ है उसे करवाने के लिए आवश्यक बोर्ड बैठक बुलायी है ताकि बोर्ड की सहमति मिल सके। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक नुकसान झडीपानी वार्ड के मखडेती में हुआ व तीन लोगों की जान गयी है व कई दुकाने व मकान बह गये हैं। बैठक में सभी सभासदों ने अपने वार्ड की समस्या रखी व पालिका की परिसंपत्तियों को नुकसान हुआ है उसके लिए बैठक बुलायी है, व आपात काल में पहले कहां कार्य करने है उसपर चर्चा की गई। वहीं उन्होंने कहा कि झडीपानी कोल्हूखेत रोड व देहरादून मसूरी रोड पर विद्युत प्रकाश की व्यवस्था की जायेगी व वार्ड नंबर एक के मखडेती में हुए नुकसान पर तेजी से कार्य करेगी। उन्होंने स्पष्ठ कहा कि अवैध बस्ती पर किसी भी नुकसान की भरपाई पालिका नहीं करेगी चाहे वह बारहकैंची हो या किक्रेग की बस्ती हो पालिका की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी, पालिका संपत्ति पर जो अवैध मकान बना कर रह रहे हैं वह उस जगह को छोड दें। उन्हांने नगर पालिका के अधिकारियों को स्पष्ठ निर्देश दिए कि कोई भी पालिका कर्मचारी व अधिकारी आपदा या जब तक बारिश है पूरा स्टाफ मसूरी में रहेगा उनकी सारी व्यवस्था की जायेगी। वहीं पालिका ने एक टीम गठित की है जहां भी नुकसान हुआ है वह नुकसान को देखेगी ि कवह संपत्ति पालिका की है या प्राइवेट है, अगर प्राइवेट है तो पालिका उसमें कुछ नहीं कर सकती लेकिन जो पालिका की है उस पर कार्य किया जायेगा। बैठक में सभासदों ने अपने अपने वार्डों में हुए नुकसान की जानकारी दी व कहा कि सबसे पहले प्राथमिकता से झडीपानी वार्ड में कार्य किए जायें जहां सबसे अधिक नुकसान हुआ है वहीं अन्य वार्डों में पुश्ता ढहने मकानों को खतरा होने आदि की बाते आयी है। लेकिन सभासदों ने भी अवैघ अतिक्रमण कर बनाये गये भवनों में किसी प्रकार के नुकसान पर पालिका कोई मदद न करे इस बात पर सहमति बनी है। लेकिन जहां पर पालिका संपत्ति से किसी का नुकसान हुआ है वहां पर पालिका कार्य करेगी। बोर्ड बैठक में अधिशासी अधिकारी तनवीर सिंह मारवाह, अधिशासी अधिकारी रजनीश डोबरियाल, कार्यालय अधीक्षक चद्रप्रकाश बडोनी, कर अधीक्षक अनिरूद्ध चौधरी, सभासद गौरी थपलियाल, शिवानी भारती, विशाल खरोला, रूचिता गुप्ता, अमित भटट, गीता कुमाई, पवन थलवाल, सचिन गुहेर, रणवीर कंडारी, पंकज खत्री, जसबीर कौर सहित पालिका के अधिकारी मौजूद रहे।

मसूरी में आयी प्राकृतिक आपदा पर सभासदों ने इसे प्रकृति से छेडछाड़ व नालों पर कब्जा बताया।
मसूरी में आयी प्राकृतिक आपदा पर पालिका सभासदों ने इसे प्रकृति से छेडछाड़ व अवैघ पेड़ो का पातन व अवैघ निर्माण को मुख्य कारण माना। वहीं अपने वार्डों में हुए नुकसान की जानकारी साझा की। सभासद जसबीर कौर ने कहा कि उत्तराख्ांड सहित मसूरी में आपदा आयी है जिसमें कुछ प्राकृतिक व कुछ हम जो प्रकृति से छेडछाड करते हैं प्रमुंख कारण है, मसूरी से सबसे अधिक सुरक्षित थी वहां पर भी भारी नुकसान हुआ है, जिसमें अवैध मकानों का बनाया जाना, निर्माण का मलवा पहाडियों पर फेंकना है जो बरसात में बह कर तबाही मचाता है वहीं अतिक्रमणव विशेष कर नालों पर अतिक्रमण है अधिकतर नालों पर अतिक्रमण हो चुका है उसे गंभीरता से लेना चाहिए। पालिका अतिक्रमण को गंभीरता से नहीं लेती जिस कारण अवैध मकान लगातार बन रहे है जो बरसात में आपदा का कारण बनते है उन्हें समय रहते नहीं हटाया जाता, व आपदा के बाद वह मुआवजा मांगते हैं। उन्होंने कहा कि मसूरी के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया जाना जरूरी है विशेष कर एलकेडी रोड को हर हाल में बनाया जाना चाहिए। वही अवैध पेडों के पातन, व खनन भी कारण है इस पर प्रशासन की ओर से सख्ती होनी चाहिए। पालिका सभासद गीता कुमाई ने कहा कि बोर्ड में जो वार्ड में नुकसान हुआ है उसकी जानकारी दी गयी लेकिन जहां आपदा की संभावना है वहां कार्य करने की जरूरत है। उन्हांने कहा कि कैमलबैक रोड पूरी बैठ रही है, जिसमें दो प्राइवेट संपत्तियों ने दीवार लगा दी व पानी की निकासी रोक दी, इससे रोड बैठेगी तो उसके नीचे बड़ी संख्या में लोगों के आवास है जिन्हें नुकसान हो सकता है, वहीं नालों पर से अतिक्रमण हटाया जा चाहिए ताकि पानी की सही निकासी हो सके। वहीं वन विभाग को खतरे वाले पेड़ों की लोपिंग करनी चाहिए उन्हें 26पेडों की लोपिंग को कहा गया है पेडो के घरों के नजदीक होने से बिजली गिरने का भी खतरा बना है। वहीं जो कार्य हो वह गुणवत्तायुक्त होना चाहिए, प्रकृति से छेडछाड बंद होनी चाहिए। सभासद पवन थलवाल ने कहा कि नालों पर अतिक्रमण ही हर बार बात होती है लेकिन कार्रवाई नही होती, इस बार कहा कि सभी सभासद अपने वार्डों के नालों का सर्वे करें व नालों को खुलवाने व अतिक्रमण मुक्त करवाना होगा। उन्होंने कहा कि मसूरी के लिए वैकल्पिक मार्ग जरूर बनना चाहिए, जिसमें झडीपानी राजपुर ट्रेकिंग मार्ग को आपात काल के लिए बनाया जाना चाहिए व झडीपानी कोल्हूखेत मार्ग को पक्का कर बनाया जाना चाहिए। पालिका सभासद विशाल खरोला ने कहा कि सबसे पहले हमें इस आपदा से सीख लेने की जरूरत है व इसके कारणों का पता लगाना चिहए। उन्होंने कहा कि मसूरी के ज्योलाजिकल सर्वे व स्टडी करवाने की जरूरत है कि आखिर पहाड़ क्यों लगातार कहर बरपा रहे हैं, ऐसे पहाड़ चिन्हित करने चाहिए जहां खतरा है, वहीं हर बरसात से पहले आपदा के लिए मॉक ड्रिल करवायी जानी चाहिए कि आपदा आने पर किस तरह बचाव कार्य किए जा सकते हैं।
