मसूरी। ग्रीन लाइफ के तत्वाधान एवं छावनी परिषद लंढौर के सहयोग से छावनी परिषद के चार दुकान में दो दिवसीय लंढौर मेले का आयोजन किया गया। पहले दिन बड़ी संख्या में पर्यटकों ने मेले में पहुंच कर उत्तराखंड के लजीज व्यंजनों के साथ ही पहाड़ी उत्पादों की जमकर खरीदारी की।
चार दुकान में आयोजित लंढौर मेंले में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों व पर्यटकों ने भागीदारी की। मेले में जहां पहाड़ी खाने के स्टॉल लगे थे जिसमें पहाड़ी दाल के पकौड़े, पहाड़ी खाने की थाली, सहित पहाड़ के उत्पाद मेले में आकर्षण का केंद्र रहे। वहीं मेले में उत्तराखंडी हस्तशिल्प के स्टाल भी लगे थे। वहीं मेले में पाश्चात्य खाने के स्टॉलों पर भी खासी भीड़ रही। मेले की मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी ने कहा कि मेले में लोकल हाथों से बनी वस्तुएं लगायी है, सबसे खूबसूरत बात है कि लोकल प्रोडक्टों की प्रमुखता है व प्राकृतिक सौदर्य के बीच होने पर बडी संख्या में पर्यटक भी मेले का आनंद ले रहे हैं व खरीददारी कर रहे है। छावनी परिषद की सीईओ अंकिता सिंह ने कहा कि ग्रीन लाइफ बधाई की पात्र है जो लंबे समय से मेले का आयोजन कर रही है जिसमें छावनी परिषद सहयोग करती है। उन्होंने कहा कि मेला प्रमुखतः लोकल आर्ट एंड क्राफट, पहाडी संस्कृति को प्रोत्सहित करने, व पहाड़ी व्यजंनों व उत्पादों को देश विदेश से आये पर्यटक खरीदें यहां की संस्कृति को समझे व यहां के व्यजनों का आनंद लेकर यहां के ग्रामीणों व आस पास क्षेत्र के लोगों की आर्थिकी मजबूत हो। इस मौके पर मेले के आयोजक ग्रीन लीफ संस्था के निदेशक विवेक वेणीवाल ने कहा कि छावनी क्षेत्र में लगने वाला लंढौर मेला ग्यारहवी बार आयोजित किया जा रहा है। जिसमें आसपास के क्षेत्रों के पहाड़ी उत्पाद लाये जाते है व उन्हें मंच प्रदान किया जाता है साथ ही बड़े ब्रांड के स्टाल भी लगाये जाते हैं। मेले का उददेश्य उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढाना है यहां के खानपान, वेशभूषा, व उत्पादों को आगे बढाना है, साथ ही यहां के किसानों, को प्रोत्साहित करना है ताकि मेले के माध्यम से वे अपना उत्पाद बेच सकें व उन्हें बाजार उपलब्ध हो सके व उनकी आर्थिकी मजबूत होने के साथ ही यहां का पैसा यहीं पर रह सके। मेले का उददेश्य नेचर एक्टिविटी व आउट डोर एक्टिविटी का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसके तहत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है वहीं कई एनजीओ भी इसमें अपने आर्गेनिक उत्पाद बेचते हैं। पर्यटक हेमेश व कनिका ने बताया कि मेले में आने के बाद उत्तराखंड के बारे में जानने को मिला व रीयल उत्तराखंड की फीलिंग आ रही है, मौसम बहुत सुहाना है और मेले में आकर यहां के उत्पाद व खाने पीने की चीजों का आनंद लिया। पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष महेश चंद, पूर्व सभासद पुष्पा पडियार, मनोरंजन त्रिपाठी, गणेश सैली, छावनी परिषद कार्यालय अधीक्षक सिकंदर नौटियाल, अभियंता शशांक चौहान, मयंक लखेड़ा, चंद्रकला सयाना, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
