धावकों ने अपने अनुभवों से बताया कि मसूरी की यह प्रतियोगिता बहुत अनुभवी व अच्छी रही।

उत्तराखंड देहरादून/मसूरी

मसूरी। अल्ट्रा मैराथन 50 किमी के विजेता स्वांग ने कहाकि वह सेना में है व लददाख के रहने वाले है वह देहरादन अपने मित्र से मिलने छुटटी लेकर आये थे जब पता लगा कि मसूरी में मैराथन हो रही है तो अपने अधिकारी से अनुमति ली व यहां दौड में प्रतिभाग किया उन्होंने बताया कि वह पहले से ही मैराथन दौडते है व विगत दो माह पहले लददाख में आयोजित अल्ट्रा में प्रतिभाग किया व वहां भी पहला स्थान हासिल किया। दौड चैलेज थी क्यों कि पहाड़ी मार्ग व चढाई उतराई थी।दिल्ली से आये ओम दर्शन ने कहाकि वह अल्ट्रा रनर है लेकिन कभी पहाडों पर नहीं दौडा लेकिन फिर भी 50किमी में तीसरे स्थान पर रहा व भारतीय टीम में जाने की तैयारी कर रहा हूं। उन्होंने कहाकि रूट बहुत अच्छा था लेकिन हार्ड था, अगली बार पूरी तैयारी के साथ प्रतिभाग करूंगा। संचित तेलवाल जो 50किमी में दूसरे स्थान पर रहे ने कहाकि इससे पहले वह 70 किमी व 110 किमी दौड कर चुके हैं। मध्यप्रदेश ग्वालियर से आये योगेश भटट ने कहा ि कवह भारतीय सेना में हैं व 42किमी में पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने कहाकि वह कई मैराथन में दौड चुके हैं, सिल्पर सेटी ने कहा कि मसूरी का यह रूट बहुत बढिया है, जिसने भी रूट बनाया उससे बेहतर रूट आज तक नहीं देखा जबकि वह करीब 50 मैराथन दौड चुके है, रूट बनाने वाले को विशेष धन्यवाद। टाम आल्टर के पुत्र जिमी आल्टर ने कहा कि मेरे पिता का सपना था जो आज पूरा हुआ। मसूरी का होने के नाते बहुत खुश हूं कि उन्होंने मेरे पिता का सपना पूरा किया। उनकी याद में इतना बडा आयोजन किया गया जिसके लिए सभी बधाई के पात्र है। मिसेज ग्लोब अनुराधा गर्ग ने कहा कि पहली बार मसूरी की पहाडियों पर दौड की अभी पांच किमी में प्रतिभाग किया, व अगली बार दस किमी में भागेगी, हवा शुद्ध है यहा आना स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि वह मिसेज ग्लोब के लिए चाइन गयी थी वहां पर 70 देशों के साथ कडी प्रतियोगिता थी जिसमें विजयी हुई। उन्होंने कहा कि कभी भी सपनों का छोडें पूरा करने की कोशिश करें। 42 किमी महिला में प्रथम स्थान पर ही रेखा रावत ने कहा कि यह बहुत अच्छी प्रतियोगिता थी, खुली हवा व अच्छा मौसम, लेकिन चुनौती थी, अच्छा अनुभव रहा। मसूरी आना चाहिए व अलग प्रकार की चुनौती से सामना होगा, इसमें अपने लिए लडना पडता है। उषा ने कहा कि 50 किमी महिला में दूसरे स्थान पर रही उषा ने कहा कि यह उनकी पहली अल्ट्रा थी बहुत अच्छा लगा व नया सीखने को मिला, पहले स्थान शालिनी चक्रवती 42 किमी में दूसरे स्थान पर रही मसूरी में पहली बार आयी लेकिन जो व्यवस्था थी उसकी जितनी सराहना की जाय कम है यहां के लोग बहुत अच्छे व कोपरेटिव थे, 50किमी में पहला स्थान लाने वाली कल्पना ने कहा कि वह शिलांग की रहने वाली है लेकिन एनसीआर में रहती है, उन्होंने कहाकि हाइड्रेशन प्वांइट से बहुत अच्छा था, लोग अच्छे थे जो रास्ते में वालियंटर थे बहत ही सहयोग कर रहे थे।