मसूरी। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अकादमी ने बल का 64वां स्थापना दिवस सैनिक रीति एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर बल के शहीदों के सम्मान में अकादमी के निदेशक महानिरीक्षक गिरीश चंद्र उपाध्याय व अधिकारियों ने शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया।
स्थापना दिवस पर परेड ग्राउंड में सहायक सेनानी की कमान में बल के जवानों ने आकर्षक वेशभूषा से सुसज्जित सैन्य दस्ते ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के ध्वज को सलामी देकर जवानों ने बल की आन बान व शान की रक्षा करने का संकल्प लिया। वहीं निदेशक आईजी जीसी उपाध्याय ने परेड की सलामी ली व अपने संबोधन में देश के अभेद्य सुरक्षा प्रदान करने वाले व बल की भूमिका व शानदार उपलब्धियों को गिनाते हुए जवानों को अपनी डयूटी पूर्ण निष्ठा व समर्पण से निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बल ने मात्र चार बटालियनों के साथ देश की उत्तरी सीमाओं की रक्षा का कार्यभार ग्रहण किया था जो वर्तमान में बढकर 63 हो गयी है। बल 1962 से लददाख से लेकर अरूणाचल प्रदेश के लिपुलेक तक फैली देष्ज्ञ की विशाल सीमा को सुरक्षा प्रदान कर रहा है। उन्होने कहा कि बल के जवान माइनस 45 डिग्री सेल्सिय तापमान में अग्रिम चौकियो पर तैनात रहकर अपने बल के आदर्श वाक्य शौर्य, दृढता, व कर्मनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निवर्हन कर रहे हैं। सीमा प्रबंधन के अलावा अति बल कश्मीर में आतंकवाद एवं छत्तीस गढ में नक्सल प्रभावित क्षेत्रोंं में आंतरिक सुरक्षा, विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा व संयुक्त राष्ट्र शांति सेना में देश का प्रतिनिधित्व करने का भी गौरव प्राप्त है। बल ने मार्शल आर्ट पर्वतारोहण, राफटिंग, एंव स्कीइंग जैसे साहसिक खेलों में भी कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किए है।बल के जवान पहाडी क्षेत्रों में तैनात होने के कारण यहां पर समय समय पर आये प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में व लोगों को इन आपदाओं से बचाने में अहम योगदान रहा है। इस अवसर पर भातिसीपु अकादमी के परेड ग्राउंड में हिमवीर एवं इनके परिवारजनों के लिए मेले का आयोजन किया गया जिसमें खेलकूद, प्रतियोगिताएं करवायी गयी व खाने पीने की स्टाले लगाई गयी। जिसमें बच्चों सहित महिलाओं व जवानों ने बढ चढ कर भाग लिया। प्रतियोगिताओ में विजेताओं को निदेशक अकादमी द्वारा पुरूष्कृत किया गया। इस मौके पर निदेशक आईजी जीसी उपाध्याय ने बल के 64वें स्थापना दिवस की सभी अधिकारियों व जवानों को बधाई दी इस मौके पर सेनानी कंबेटविंग जीजू एस, द्वितीय कमान विपिन जोशी व अधिकारी मौजूद रहे।