मसूरी। मसूरी इंटर नेशनल स्कूल का 42वां वार्षिक दिवस पूरे उत्साह, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हो गया। इस मौके पर भारतीय संस्कृति व आध्यत्म पर आधारित शिवोहम की हृदय स्पर्शी प्रस्तुति दी गयी जिसमें भगवान शिव की शक्ति को दर्शाया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भाजपा की प्रदेश मंत्री नेहा जोशी, विशिष्ट अतिथि ब्लाक प्रमुख जौनपुर सीता पंवार, ने वेद मंत्रों के बीच दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं प्रधानाचार्या शालू बब्ब्र ने गुलदस्ता भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर प्रधानाचार्या शालू बब्बर ने वर्ष भर की गतिविधियों से अवगत कराया व रिपोर्ट प्रस्तुत की। व कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्राओ में आत्मविश्वास, नेतृंत्व क्षमता का विकास होता है। वहीं भारतीय संस्कृति व परंपराओं से भी जोड़ते हैं। कार्यक्रम में पाश्चात्य व भारतीय वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी ने सभी का मन मोहा। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि भाजयुमो की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी ने कहा कि मसूरी इंटर नेशनल स्कूल की शिक्षा में अपना अलग स्थान है जहां पर शिक्षा के साथ संस्कार दिए जाते हैं। वार्षिकोत्सव में शिव शक्ति की थीम लेकर जो कार्यक्रम किया गया वह अदभुत था व सामाजिक एकता को समर्पित था, यह मूल्य अगर सभी बच्चों में रहे तो यह सामाजिक समानता को प्रेरित करेगा। भारत में महिला व पुरूष का भेद है यह देश को पीछे करता रहा है इसमें सरकार का ध्येय भी है कि महिलाओं को कैसे आगे किया जाय। उन्होंने कहाकि यहां पर पढाई

भारतीय संस्कृति पर आधारित है और इसके लिए वे अभिभावक भी धन्यवाद के पात्र है जो बच्चों को ऐसे संस्थान में शिक्षा के लिए भेजते है। इस कार्यक्रम के लिए स्कूल की प्रधानाचार्या, प्रबंधन, शिक्षक व छात्राएं सभी बधाई की पात्र है। इस मौके पर प्रधानाचार्या शानू बब्बर ने कहा कि एमआईएस में बच्चों को मूल्यों के साथ क्वालिटी शिक्षा दी जाती है जो भारतीय संस्कृति पर आधारित है। वार्षिक कार्यक्रम विशेष है जिसमें शिव की शक्तियों के बारे में बताया गया है, उनके गुणों को समझें। संस्कृति पुस्तक पढने से नहीं आ सकती यह समझने की चीज है। बच्चे अपनी संस्कृति को समझें उसे जिएं व संस्कृति को आगे बढाये। उन्हांने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए बड़ी मेहनत की गयी है जिसमें शिक्षकों, छात्राओं की कड़ी मेहनत है, इसके लिए पांच छह महीने से तैयारी की जाती है, इसके लिए बच्चे खासे उत्साहित रहते है कि वह अपने अभिभावकों के सामने प्रस्तुति देकर यह दिखाये कि उन्होंने स्कूल में क्या सीखा है।
