मसूरी देहरादून मार्ग को हल्के वाहनों के लिए भले ही खोल दिया गया है लेकिन अभी भी मार्ग में दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग के माध्यम से रोड खुलवा दिया है लेकिन रोड पर पड़ा मलवा बरसात के कारण दलदल बना है व वाहनों के चलने से उसमें लीक बन रही है जिस कारण इसमें वाहन फंस रहे हैं, अगर बारिश हो गयी तो रोड और अधिक खतरनाक हो सकती है।
मसूरी देहरादून मार्ग पर सबसे अधिक खतरे की स्थिति गलोगी धार से पहले है जहां पर रोड का बड़ा हिस्सा धंस गया है व इस स्थान पर रोड में बड़ी दरारें भरने के लिए मलवे को डाला गया है। वहीं रोड संकरी होने से एक बार में एक तरफ से ही वाहन जा रहे हैं। हालाकिं दलदल होने के कारण कई वाहन फंस चुके हैं व लोक निर्माण विभाग द्वारा जेसीबी मशीनों की मदद से मार्ग को ठीक किया जा रहा है। इसके अलावा कई स्थानों पर एकमार्गीय यातायात की व्यवस्था की गई है विगत दिनों आई आपदा के बाद कई पर्यटक मसूरी और आसपास के क्षेत्र में फंस गए थे उनकी अब वापसी हो गयी है। रोड खुलने से खाद्यान, दूध, पेट्रोल, डीजल व सब्जी आदि की आपूर्ति होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन अभी बड़ी बसे व ट्रक नहीं आ सकते, रोडवेज ने भी छोटे टेंपो

ट्रेवलर्स चलाने शुरू कर दिए है। लोक निर्माण विभाग लगातार क्षेत्र में निगरानी कर रहा है और संवेदनशील क्षेत्रों में कार्य भी किया जा रहा है लेकिन यदि एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलता है तो फिर परेशानी पैदा हो सकती है। स्थानीय निवासी सुरेंद्र पंवार ने बताया कि कई स्थानों पर अभी भी खतरा बना हुआ है उन्होंने भी लोगों से अपील की यदि आवश्यक हो तो ही सफर करें वरना सफर न करें। वीरेंद्र थापली ने बताया कि मार्ग पर अभी भी कई स्थानों पर मलवा है और बारिश होने के कारण वहां पर कीचड़ हो गया है जिससे वाहनों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है, लोक निर्माण विभाग रोड पर पूरी निगरानी रखे व जहा रोड पर मलवा है वहां पर बीच बीच में रोड को लेबल करता रहे ताकि वाहन न फंसे व आसानी से आ जा सकें। वहीं लोगों की मांग है कि कोल्हूखेत से झड़ीपानी वाला मार्ग अतिशीघ्र बनाया जाय ताकि ऐसी स्थित आने पर उसका उपयोग किया जा सके।