गुड सेमेरिटन पुरस्कार योजना से जुड़ेंगे स्कूली छात्र-छात्राएं, सड़क हादसे में घायल व्यक्ति की सहायता कर कमाएंगे ‘नेक’

उत्तराखंड देहरादून/मसूरी

सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले नेक नागरिक को प्रोत्साहित करने के लिए गुड सेमेरिटन पुरस्कार योजना से स्कूली छात्र-छात्राओं को भी जोड़ा गया है। परिवहन और पुलिस विभाग के बाद अब शिक्षा विभाग भी योजना से अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को सड़क दुर्घटना में घायलों की सहायता के लिए जागरूक करेगा। सहयोग करने वाले व्यक्ति को सम्मानित किया जाएगा। अपर निदेशक एससीईआरटी डा. मुकुल कुमार सती ने शुक्रवार को समस्त डायट प्राचार्य और मुख्य शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर इस योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया इस योजना का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए आगे आने को प्रेरित करना है। अपर निदेशक ने बताया कि वाहन दुर्घटना होने की स्थिति में आमजन घायल की मदद करने में इसलिए आगे नहीं आता क्योंकि उसे लगता है कि बाद में पुलिस और अस्पताल प्रशासन उसे परेशान करेंगे। इससे बचने के लिए केंद्र सरकार ने मोटरयान नियमावली 1989 एवं नियम 169 के तहत गुड सेमेरिटन को संरक्षण प्रदान किया है। इसे राज्य में प्रभारी ढंग से संचालित करने के लिए नेक नागरिक पुरस्कार योजना बनाई है। प्रथम चरण में वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत सड़क सुरक्षा कोष में गुड सेमेरिटन योजना के प्रचार-प्रसार एवं व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने के लिए धनराशि स्वीकृत की गई है। यह धनराशि पुलिस विभाग को स्वीकृत धनराशि से अलग है।

यह है पुरस्कार राशि
राज्य स्तरीय प्रथम पुरस्कार 10 हजार, द्वितीय पुरस्कार पांच हजार और तृतीय पुरस्कार के लिए तीन हजार रुपये दिए जाएंगे।
संभागीय स्तर पर चयनित व्यक्तियों को प्रथम पुरस्कार पांच हजार, द्वितीय पुरस्कार तीन हजार और तृतीय पुरस्कार दो हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।

एक घंटे के अंदर इलाज जरूरी
सड़क हादसा होने के बाद एक घंटे के अंदर मरीज को सही इलाज मिल जाए तो उसकी जान बचने की उम्मीद अधिक रहती है। इसीलिए हादसे के बाद के पहले एक घंटे को गोल्डन आवर कहा जाता है। सड़क हादसों में घायलों की तत्काल मदद के उद्देश्य से आमजन को प्रेरित व प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने गुड सेमेरिटन योजना शुरू की है।