उत्तराखंड में इस बार लोकसभा की सभी पांचों सीटों पर प्रत्याशी उतारकर तीसरा कोण बनने के प्रयासों में जुटी बसपा के सामने भाजपा और कांग्रेस के बड़े स्टार प्रचारकों की फौज से मुकाबला करने के लिए केवल बसपा सुप्रीमो मायावती का ही सहारा है। यद्यपि, पार्टी के पास वर्तमान में एक विधायक के साथ ही प्रांतीय पदाधिकारी हैं, लेकिन सभी की पहुंच सीमित क्षेत्रों तक ही मानी जाती है। ऐसे में पार्टी के पक्ष में वातावरण बनाने का पूरा दारोमदार मायावती के कंधों पर ही रहेगा। देखने वाली बात होगी कि पार्टी बसपा सुप्रीमो की यहां कितनी सभाएं और रोड शो आयोजित करा पाती है।
बसपा ने उतारे हैं पांचों सीट पर प्रत्याशी
प्रदेश में बसपा ने लोकसभा की सभी पांचों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। पार्टी ने हरिद्वार और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट पर मुस्लिम प्रत्याशी उतार कर मुस्लिम कार्ड खेला है। ये दोनों सीट ऐसी हैं, जहां बसपा को अपना कैडर वोट भी है। यह वोट छिटके नहीं, इसके लिए बसपा ने पार्टी अध्यक्ष मायावती को स्टार प्रचार के रूप में मैदान में लाने का निर्णय लिया है। इस कड़ी में उनकी पहली सभा 13 अप्रैल को हरिद्वार लोकसभा सीट के अंतर्गत मंगलौर क्षेत्र के आसपास रखी गई है।
बसपा नेता बनाए हुए हैं सक्रियता
वैसे तो पार्टी के प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन, सुरेश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष शीशपाल चौधरी, प्रदेश महासचिव नंद गोपाल, हरीश सिलौना व विनोद कुमार के अलावा पूर्व प्रत्याशी बी आर धोनी भी दोनों लोकसभा क्षेत्रों में सक्रियता बनाए हुए हैं, लेकिन इन सबका प्रभाव क्षेत्र विशेष तक सीमित है। ऐसे में पार्टी की नजरें बसपा सुप्रीमो मायावती पर ही टिकी हुई हैं।